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जीएनएम में कितने सब्जेक्ट होते है? GNM Me Kitne Subjects Hote Hai

GNM Me Kitne Subjects Hote Hai? दोस्तों !नर्स बनने के लिए GNM एक बेहद पॉपुलर कोर्स हैं, General Nursing Midwifery कोर्स में क़रीब 3 सालों का समय लग जाता है। इसके बाद बच्चों से 6 महीने की इंटर्नशिप भी कराई जाती है। इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी एक प्रशिक्षित नर्स बनने के लिए तैयार हो जाते हैं। छात्रों को कॉलेज लाइफ के दौरान कई जरूरी बातें सिखाई जाती है उनके कोर्स में ऐसे सब्जेक्ट डाले जाते हैं जिससे कि वे अच्छी तरह से नर्सिंग का काम करना सीख जाए। उन्हें साइंस से जुड़े हुए सब्जेक्ट भी पढ़ाए जाते हैं ताकि बेसिक मेडिकल ट्रीटमेंट की नॉलेज हो सके।

प्रत्येक साल GNM के सब्जेक्ट अलग-अलग होते हैं, 3 सालों के दौरान विद्यार्थी साइंस और शरीर से जुड़े हुए लगभग सभी तथ्यों के बारे में पढ़ाई करते हैं । उसके बाद उन्हें जब इंटर्नशिप पर भेजा जाता है तब उन्हें नैतिक मूल्य और सिद्धांत सीखने का मौका दिया जाता है। आइए जानते हैं कि GNM के कोर्स को किस तरह से डिजाइन किया गया है।

पाठ्यक्रम को 3 सालों में बांटा गया है , जिसमें साइंस का हर एक ब्रांच शामिल है।

GNM Me Kitne Subjects hote hai

GNM Me Kitne Subjects Hote Hai? (GNM Syllabus)

GNM कर रहे विद्यार्थियों को 3 साल तक एकेडमिक एजुकेशन दिया जाता है , जिसमें निम्न विषय रखे गए हैं

First-year GNM course syllabus

  1. Bio Sciences (जैव विज्ञान)

जैव विज्ञान पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य होता है कि GNM के छात्र साइंस की बेसिक नॉलेज के बारे में जान सके और, जीवो की क्रिया प्रतिक्रिया उन्हें अच्छी नॉलेज हो। यह सब उनके GNM कोर्स के खत्म हो जाने के बाद नर्सिंग करियर के दौरान काम आता है।

  1. anatomy and physiology (शरीर रचना विज्ञान और शरीर विज्ञान)

GNM कोर्स के विद्यार्थियों को शरीर रचना और शरीर विज्ञान के बारे में जानना बेहद आवश्यक है क्योंकि आखिरकार उन्हें शरीर की ही देखभाल करनी है। इसलिए शरीर की क्रिया, उसका एक्शन और रिएक्शन GNM छात्रों को अच्छी तरह पता होना चाहिए।

  1. microbiology (सूक्ष्म जीव विज्ञान)

मेडिकल फील्ड में सूक्ष्म जीवो का एक अलग महत्व है, वायरस बैक्टीरिया इत्यादि यह शब्द बीमारियों का हिस्सा होते हैं। इसलिए जीएनएम के छात्रों को सूक्ष्म जीव विज्ञान भी पढ़ाया जाता है, ताकि वह वायरस और बैक्टीरिया से होने वाले नुकसान और फायदे के बारे में जान सकें और मरीजों की अच्छी तरह देखभाल कर सकें।

  1. Applied Science (व्यावहारिक विज्ञान)
  2. Psychology (मनोविज्ञान)

GNM के छात्रों को मनोविज्ञान पढ़ाया जाता है ताकि वह रोगी के मन के भावों को समझ सके और उनके साथ किस तरह का व्यवहार करना है यह भी सीख सकें। नर्सिंग करियर के दौरान मनोविज्ञान पढ़ाने का मुख्य उद्देश्य यह भी पता है कि नर्सों के व्यवहार में सुधार आए।

  1. Sociology (समाजशास्त्र)

एक नर्स के लिए समाजशास्त्र बेहद आवश्यक होता है क्योंकि, हर दिन नए नए लोगों से मिलती है उसे अनजान लोगों के साथ दिल करनी होती है और उनकी सेवा करनी होती है। इसलिए GNM के छात्रों के सिलेबस में समाजशास्त्र भी रखा गया है।

  1. Nursing Foundation( नर्सिंग फाउंडेशन)

नर्सिंग फाउंडेशन विषय के दौरान जीएनएम के छात्रों को यह बताया जाता है कि मरीज कैसे हॉस्पिटल में एंट्री लेता है उसके लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए उनकी डिस्चार्ज पेपर उनके रेफर पेपर इत्यादि के बारे में जीएनएम के छात्रों को बताया जाता है।

  1. Basics of Nursing( नर्सिंग की मूल बातें)

जिस प्रकार हर एक प्रोफेशन में कुछ ना कुछ सिद्धांत नियम मर गए हैं उसी तरह नर्सिंग के प्रोफेशन में भी नर्सों के लिए कुछ मूल सिद्धांत निर्धारित किए गए हैं, जिन्हे सभी नर्सों को फॉलो करना बेहद आवश्यक होता हैं। GNM के छात्रों को नर्सिंग की मूल बातें पढ़ाने का उद्देश्य यह है कि वह अपने काम में सच्चे और सिद्धांत वादी बन सके।

  1. First Aid( प्राथमिक चिकित्सा)

एक नर्स के लिए प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जानना बेहद आवश्यक होता है, क्योंकि प्राथमिक चिकित्सा ही ट्रीटमेंट का पहला स्टेप होता है। GNM के छात्र स्टेप बाय स्टेप ट्रीटमेंट के बारे में भी जाने और मरीजों के बेसिक ट्रीटमेंट कर सकें इसलिए उनके सिलेबस में प्राथमिक चिकित्सा को शामिल किया गया।

  1. Community Nursing (सामुदायिक नर्सिंग)

GNM के छात्र केवल हॉस्पिटल में काम नहीं करते हैं बल्कि उन्हें गांव में स्वास्थ्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेना पड़ सकता है वे गांव वालों को जागरूक करने के उद्देश्य से भी नर्सिंग कैरियर चुनते हैं।

वह गांव वालों को किसी समुदाय विशेष को किस तरह से इलाज अथवा बीमारियों के जागरूक करेंगी, यह सब छात्रों को सामुदायिक नर्सिंग के दौरान पढ़ाया जाता है।

  1. environmental cleanliness (पर्यावरण स्वच्छता)

पर्यावरण की स्वच्छता केवल एक मनुष्य का कर्तव्य नहीं है बल्कि सभी को पर्यावरण के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए, GNM नर्सों को विशेषकर पर्यावरण स्वच्छता के बारे में पढ़ाया जाता है ताकि वे अपने पेशेंट को स्वच्छता के बारे में बताएं और उन से होने वाली बीमारियों के बारे में भी जानकारी दें उन्हें जागरूक करें।

  1. Health Education and Communication Skills( स्वास्थ्य शिक्षा और संचार कौशल)

संचार कौशल केवल नर्सिंग के प्रोफेशन ही नहीं बल्कि हर एक फील्ड में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है।GNM छात्रों को स्वास्थ्य शिक्षा जैसे डायबिटीज, मोटापा, कुपोषण के बारे में जानकारी दी जाती है, इसके साथ-साथ उन्हें संचार कौशल पढ़ाया जाता है ताकि अगर उन्हें कभी भी किसी से बात करनी हो तो वे आसानी से कर पाए।

  1. Nutrition (पोषण विज्ञान)

मरीज के ठीक होने में उसके पोषण और खानपान का बहुत बड़ा रोल होता है, इसलिए नर्स का यह जानना बेहद आवश्यक है कि वक्त इस बीमारी के पेशेंट को कौन सा भोजन करने की सलाह दे रही हैं। इस कारण GNM के छात्रों को पोषण विज्ञान पढ़ाया जाता है।

  1. English (अंग्रेजी)

GNM छात्र को मेडिकल और ट्रीटमेंट की नॉलेज के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा का भी ज्ञान कराया जाता है ताकि उनके करियर के दौरान कभी भी उन्हें भाषा संबंधी दिक्कत ना हो। मेडिकल फील्ड में दवाइयों के नाम अंग्रेजी में होते हैं ,ट्रीटमेंट से जुड़े हुए सभी सामानों के नाम अंग्रेजी में होते हैं, इसलिए उन्हें अंग्रेजी की शिक्षा दी जानी जरूरी है।

  1. Computer Education( कंप्यूटर शिक्षा)

GNM छात्रों के लिए कंप्यूटर का ज्ञान आवश्यक है क्योंकि मरीजों के सभी रिकॉर्ड कंप्यूटर में होते हैं उनकी दवाइयों और रसीद संबंधी सभी जानकारियां कंप्यूटर में ही सेव की जाती हैं,छात्रों को कंप्यूटर का ज्ञान होना आवश्यक है।

  1. Co-Curricular Activity( सह पाठयक्रम गतिविधियां)

GNM के छात्र पढ़ाई के साथ साथ अन्य गतिविधियों में भी एक्टिव रहें और दूसरे क्षेत्रों में भी कौशल प्राप्त करें इसके लिए उनके कोर्स में सह पाठयक्रम गतिविधियों रखी गई है जिसके दौरान उन्हें मेडिकल कैंप लगाना ,समुदाय से बातचीत करना, लोगों को अपनी बात समझाना, चार्ट पोस्टर बनाना इत्यादि सिखाया जाता है।

Second-year GNM course syllabus

  1. Medical-Surgical Nursing( मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग)

ANM के छात्रों को मरीजों की ड्रेसिंग और ऑपरेशन के दौरान लिए गए एक्शन की नॉलेज हो सके इसके लिए उनके कोर्स में मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग को रखा गया है । ताकि वह सर्जरी की प्रक्रिया को समझ सके और उसकी बेसिक नॉलेज रख सके।

  1. Mental Health and Psychiatric Nursing(मानसिक स्वास्थ्य और मनोरोग नर्सिंग)

रोगियों के ठीक होने में उनके मानसिक स्वास्थ्य का बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है, इसलिए GNM  नर्स को मानसिक स्वास्थ्य और मनोरोग नर्सिंग के बारे में भी बताया जाता है कि वह अपने पेशेंट को अच्छी तरह से थेरेपी के द्वारा ठीक होने में मदद कर सके।

  1. child health nursing(बाल स्वास्थ्य नर्सिंग)

बाल स्वास्थ्य नर्सिंग विषय के दौरान ANM नर्स को बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखना है यह पढ़ाया जाता है। बच्चों को लगाए जाने वाले टीकाकरण, उनकी बीमारियां, उनका डेवलपमेंट सबकुछ बाल स्वास्थ्य नर्सिंग के दौरान पढ़ाया जाता है।

  1. co-curricular activities(सह पाठ्यक्रम गतिविधियां)

GNM के दूसरे साल में भी सह पाठयक्रम गतिविधियां रखी गई है ताकि छात्र अन्य क्षेत्रों में भी कौशल प्राप्त कर सकें और अपने नर्सिंग करियर को ऊंचाई तक ले जा सके। सह पाठयक्रम गतिविधियों में बच्चों को टीके लगवाना, गांव में स्वास्थ्य की जांच करना, दवाइयां बांटना इत्यादि सिखाया जाता है।

Third-year GNM course syllabus

  1. Midwifery and Gynaecological Nursing(दाई और स्त्री रोग संबंधी नर्सिंग)

दाई और स्त्री रोग संबंधी नर्सिंग विषय में GNM छात्रों को प्रेग्नेंट महिला, उसकी डिलीवरी, उसको बच्चे का ध्यान कैसे रखना है, यह सब कुछ पढ़ाया जाता है इसके अलावा डिलीवरी किस तरह करानी है यह भी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा महिला संबंधी रोगों के बारे में भी GNM को जानकारी दी जाती है।

  1. Community Health Nursing(सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग)

गांव अथवा समुदाय को किस तरह से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाए और उन्हें समूह में टीके लगवाए जाएं अथवा संक्रमित बीमारियों की दवाइयां बांटी जाए यह सब कुछ GNM नर्स को सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सिंग के दौरान पढ़ाया जाता है ताकि वह एक समूह और कम्युनिटी के साथ डील कर सकें।

  1. Co-curricular activities(सह पाठ्यक्रम गतिविधियां)

सह पाठयक्रम गतिविधियों के दौरान छात्रों को डॉक्टरों या अस्पतालों में ले जाया जाता है और उन्हें एक्टिविटी के द्वारा समझाया जाता है कि वह कैसे अपना काम करेंगे। वास्तविक अनुभव कराया जाता है और साथ ही साथ उन्हें मरीजों के डाटा कलेक्शन का भी ज्ञान दिया जाता है।

  1. Nursing Education(नर्सिंग शिक्षा)

नर्सिंग शिक्षा के दौरान GNM के छात्र अपने नर्सिंग करियर के बारे में पढ़ाई करते हैं उन्हें नर्सों का इतिहास और उनसे जुड़ी हुई तमाम जानकारियां दी जाती हैं इसके अलावा वह हॉस्पिटल अथवा किसी संस्था से जुड़कर किस तरह से अपना करियर आगे बढ़ाएंगे और काम करेंगे यह भी बताया जाता है।

  1. Introduction to Research and Statistics (रिसर्च और स्टैटिक्स का परिचय)

रिसर्च और स्टैटिक्स विषय के दौरान GNM के छात्र यह पढ़ते हैं कि अगर उन्हें भविष्य में मेडिकल फील्ड से संबंधित कोई रिसर्च करनी है तो उसके लिए उनकी तैयारी कैसी होगी, मेडिकल के रिसर्च फील्ड में क्या-क्या भूमिकाएं निभा सकते हैं ,उन्हें यह पढ़ाया जाता है।स्टैटिक्स पढ़ाने का उद्देश्य होता है कि उन्हें डाटा कलेक्शन और सांख्यिकी की नॉलेज हो सके, जो कि एक नर्सिंग करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

  1. Business Trends and Adjustments (बिजनेस ट्रेंड और एडजेस्टमेंट)

मेडिकल फील्ड में बिजनेस का क्या रोल होता है इसकी जानकारी जीएनएम के छात्रों को पढ़ाई के दौरान दी जाती है। भी अपने आप को किस तरह से हॉस्पिटल के माहौल में अथवा किसी समुदाय में डाल पाएंगे उन्हें एडजेस्टमेंट भी सिखाई जाती है।

  1. Nursing Administration & Ward Management(नर्सिंग प्रशासन और वार्ड प्रबंधन)

नर्सिंग करियर के दौरान छात्रों में प्रबंधन का विकास हो सके इसके लिए नर्सिंग प्रशासन और वार्ड प्रबंधन पढ़ाया जाता है जीएनएम के छात्र यह जान सके कि मरीजों को किस रूप में शिफ्ट करना है किस तरह से मरीज हॉस्पिटल में सभी को बराबर इलाज मिल सके इसलिए जीएनएम के छात्रों को यह विषय पढ़ाया जाता है।

  1. Clinical Areas in General Nursing and Midwifery(जनरल नर्सिंग और मिडवाइफरी में नैदानिक ​​क्षेत्र)

जीएनएम के छात्र क्लीनिक में किस तरह काम करेंगे और मिडवाइफ बन कर उनका रोल क्या होगा, यह सब कुछ उन्हें जनरल नर्सिंग और मिडवाइफरी विषय के दौरान पढ़ाया जाता है।

इसका मुख्य उद्देश्य होता है कि नर्स अपने क्षेत्र को समझे वह केवल हॉस्पिटल ही नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी आसानी से काम कर सके।

  1. जीएनएम कोर्स की फीस कितनी होती है? 
  2. एएनएम कोर्स में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
  3. जीएनएम के बाद डॉक्टर कैसे बनें?

इसके अलावा इंटर्नशिप के दौरान भी कुछ जरूरी चीजें हैं जो नर्सों को सिखाई जाती है –

  • टीम वर्क -वैसे तो हर एक फील्ड में टीम वर्क और टीम को लीड करना आना चाहिए लेकिन जीएनएम के छात्रों को इंटर्नशिप के दौरान ग्रुप में बांटा जाता है और उन्हें टीम में अपना काम करने को कहा जाता है ताकि वह शुरू से ही टीम को साथ लेकर चलना सीखे।
  • हॉस्पिटल का प्रशासन -इंटर्नशिप के दौरान जीएनएम के छात्र हॉस्पिटल और उनके प्रबंधन को बेहद करीब से देखते हैं उन्हें हॉस्पिटल की प्रशासन प्रणाली और काम की सारी नॉलेज हो सके, इसीलिए यह सब कुछ उन्हें इंटर्नशिप के दौरान बताया जाता है
  • मरीजों के साथ नर्स का व्यवहार -एक नर्स मरीज के साथ किस तरह का व्यवहार करें, इंटर्नशिप के दौरान उसे उसके सीनियर बताते हैं, उन्हें अपना व्यवहार नर्म रखना है और मरीजों से ठीक तरीके से बात करना नर्स का प्रमुख गुण होता है।
  • साफ सफाई और बेसिक ट्रीटमेंट -GNM इंटर्नशिप के दौरान हॉस्पिटल में होती हैं, तो उन्हें साफ सफाई के बारे में भी बताया जाता है ताकि मरीजों को इंफेक्शन ना हो और नर्स खुद भी किसी तरह की बीमारी की चपेट में ना आए।
  • दया और सहानुभूति – जीएनएम के छात्रों के अंदर दया और सहानुभूति का होना आवश्यक होता है इसलिए इंटर्नशिप के दौरान उन्हें दयालु रहने और सहानुभूति दिखाने के निर्देश दिए जाते हैं ताकि वह सदैव मरीजों की अच्छी तरह सेवा कर पाए।

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